अध्याय 3 : जनसंख्या संघटन

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महत्वपूर्ण परिभाषाएँ :

 

सक्रिय जनसंख्या : पारिश्रमिक युक्त व्यवसाय कार्यों से संलग्न तथा इन्हीं कार्यों से जीविकोपार्जन करने वाली जनसंख्या को आर्थिक रूप से सक्रिय जनसंख्या कहा जाता है।

लिंगानुपात : प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या यह कुल जनसंख्या में स्त्री-पुरुषों के बीच का संतुलन होता है

आयु संरचना : जनसंख्या का विभिन्न आयु वर्गों में विभाजन

जनसंख्या पिरामिड : जनसंख्या की आयु और लिंग को पिरामिड के रूप में दर्शाना

उत्पादक जनसंख्या : देश की कुल जनसंख्या का भाग जो कोई काम करके अपनी जीविका अर्जित करता है।

आश्रित जनसंख्या : देश की कुल जनसंख्या का वह भाग जिसमें 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा  60 वर्ष से अधिक आयु से वृद्ध आते हैं।

 

 

 

 लिंग संघटन

स्त्रियों और पुरुषों की संख्या किसी देश की महत्त्वपूर्ण जनांकिकीय विशेषता होती है।

 

लिंग अनुपात : जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग अनुपात कहा जाता है।

 

सूत्र :                          पुरुष जनसंख्या

—————————–  x 1000

                                     स्त्री जनसंख्या

 

अथवा प्रति हजार स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या

 

 

भारत में इस सूत्र का प्रयोग कर लिंग अनुपात ज्ञात किया जाता है।

 

                  स्त्रियों की जनसंख्या

—————————-  x 1000

                  पुरुष की जनसंख्या 

 

अथवा प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या

 

 

 लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के संबंध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है। जिन प्रदेशों में लिंग भेदभाव अनियंत्रित होता है, वहाँ लिंग अनुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के प्रतिकूल होता है। इन क्षेत्रों में स्त्री भ्रूण हत्या तथा स्त्री-शिशु हत्या और स्त्रियों के प्रति घरेलू हिंसा की प्रथा प्रचलित है।

 

जनसंख्या में अधिक स्त्रियों के होने का अर्थ यह नहीं है कि उनका स्तर बेहतर है। यह भी हो सकता है कि पुरुष रोजगार के लिए अन्य क्षेत्रों में प्रवास कर गए हो।
विश्व की जनसंख्या का औसत लिंग अनुपात प्रति 100 विषय पर 102 पुरुष हैविश्व में उच्चतम लिंग अनुपात लैटविया में दर्ज किया गया है जहाँ प्रति 100 स्त्रियों पर 85 पुरुष है।

निम्नतम लिंग अनुपात संयुक्त अरब अमीरात में दर्ज किया गया है वहाँ प्रति सौ स्त्रियों पर 31 पुरुष हैं।

 

 लिंग अनुपात के विश्व प्रतिरूप से विश्व के विकसित प्रदेशों में कोई अलग अंतर नहीं दिखाई पड़ता है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सूचीबद्ध 139 देशों में लिंग अनुपात के लिए अनुकूल है, जबकि शेष 72 देशों में यह उनके लिए प्रतिकूल है

 

 

 

 आयु संरचना

 

आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। जनसंख्या संघटन का यह एक महत्त्वपूर्ण सूचक है, स्थिर जनसंख्या क्योंक 15 से 50 आयु वर्ग के संख्या का बड़ा आकार एक विशाल कार्यशील जनसंख्यको इंगित करता है। 60 वर्ष से अधिक जनसंख्या को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए अधिक खर्च की जरूरत होती है।

 

 

आयु-लिंग पिरामिड

जनसंख्याको आयु-लिंग रचना का अभिप्राय विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या से है। जनपि का प्रयोग जनसंख्या को आयु लिंग संरचना को दर्शाने के लिए किया जाता है।
 जनसंख्या पिरामिड की आकृति जनसंख्या की विशेषताओं को परिलक्षित करती है। प्रत्येक आयु वर्ग में बाच भाग पुरुषों का प्रतिशत तथा दायाँ भागों का प्रतिशत दर्शाता है।

 

 

विस्तारित होती जनसंख्या

नाइजीरिया का लिंग पिरामिड, जैसा कि आप देख सकते है. विस्तृत आकर वाला त्रिभुजाकार पिरामिड है जो अविकसित देशों का प्रतिरूप है। इसमें उच्च जन्म के कारण निम्न आयु वर्गों में विशाल जनसंख्या पई जाती है। बांग्लादेश , मैक्सिको जैसे देशों का पिरामिड की संरचना ऐसी ही होगी ।

 

 

स्थिर जनसंख्या

आस्ट्रेलिया का आयु-गिरामी के आकार का है जो शीर्ष की और कार होता जाता है। यह दर्शाता है कि जन्म दर और मृत्यु दर लगभग समान है जिसके परिणामस्वरूप जनसंख्या स्थिर हो जाती है।

 

 

ह्रासमान जनसंख्या

जापान के पिरामिड का संकीर्ण आधार और शुडाकार शीर्ष निम्न जन्म और मृत्यु दरों को दर्शाता है। इन देशों में जनसंख्या वृद्धि शून्य अथवा ऋणात्मक होती है।

 

 

 नगरीय तथा ग्रामीण जनसंख्या (Urban and Rural Population) :

निवास स्थान के आधार पर किसी देश की जनसंख्या को ग्रामीण और नगरीय वर्गों में विभाजित किया जा सकता है। विकसित देशों की 75% से अधिक जनसंख्या नगरों में रहती। है।

यद्यपि ग्रामीण और नगरीय जनसंख्या में अंतर करने के मानदंड एक देश से दूसरे देश में भिन्न होती है। सामान्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र वे होते हैं, जिनमें लोग प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं और नगरीय क्षेत्र होते है जिनमें अधिका कार्यशील जनसंख्या गैर-प्राथमिक क्रियाओं में होती है।

नगरीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की अधिक संभावनाओं के कारण ग्रमीण क्षेत्रों से महिलाओं के आगमन के परिणामस्वरूप यूरोप का और संयुक्त राज्य अमेरिका के नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की अधिकता है। इसके विपरीत एशिया के नगरीय क्षेत्रों में पुरुष प्रधान प्रचा के कारण लिंग अनुपात भी पुरुषों के अनुकूल है।

 

 

 साक्षरता जनसंख्या

किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है, क्योंकि इससे रहन-सहन के स्तर, महिलाओं की सामाजिक स्थित शैक्षणिक सुविधाओं को उपलब्धता तथा सरकार की नीतियों का पता चलता है। आर्थिक विकास का स्तर का कारण एवं परिणाम दोनों ही है।

भारत में साक्षरता दर 7 वर्ष से अधिक आयु वाले जनसंख्या के उस प्रतिशत को सूचित करता है,

 

 

 जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना (Occupational Structure of Population) : जनसंख्या का वह अनुपात जो किसी पारिश्रमयुक्त व्यवसाय में संलग्न रहकर जीविकापार्जन करता है, उसे सक्रिय अथवा कार्यशील जनसंख्या कहते हैं। इसी सक्रिय जनसंख्या के आनुपातिक वितरण को व्यावसायिक संरचना कहते हैं।

 

कार्यशील जनसंख्या को प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक तथा चतुर्थक व्यावसायिक वर्गों में विभाजित किया जाता है। प्राथमिक व्यवसाय के अन्तर्गत कृषि, वानिकी तथा मत्सयन, द्वितीयक व्यवसाय में निर्माण उद्योग, तृतीयक व्यवसाय में परिवहन तथा संचार एवं अन्य सेवायें एवं चतुर्थक व्यवसाय में बौधिक व्यवसाय सम्मिलित हैं।

 

 

 

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