रेगिस्तान : यह एक शुष्क प्रदेश हैं जहाँ अत्यधिक उच्च अथवा निम्न तापमान एवं विरल वनस्पति हैं। तापमान के आधार पर रेगिस्तान गर्म या ठंडे हो सकते है। भारत में गर्म रेगिस्तान – थार और भारत में ठंडा रेगिस्तान – लद्दाख
-विश्व का गर्म रेगिस्तान सहारा
-एशिया का गर्म रेगिस्तान गोबी
–भारत का गर्म रेगिस्तान थार
गर्म रेगिस्तान-सहारा :- अफ़्रीका महाद्वीप के उत्तरी अफ़्रीका के बड़े भू-भाग पर फैला विश्व का सबसे बड़ा रेगिस्तान है। यह लगभग 8.54 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ
सहारा रेगिस्तान ग्यारह देशों से घिरा हुआ हैं। ये देश है -अल्जीरिया , चाड , मिस्र , लीबिया , माली मॉरिटानिया , मोरक्को , नाइजर , सूडान , ट्यूनीशिया एवं पश्चिमी सहारा।
सहारा मरुस्थल रेत , बालू की परत , बजरी के मैदान , नग्न सतह के उत्थित पठार , ये सतह 2500 मीटर से भी अधिक ऊँची हैं।
सहारा रेगिस्तान :- आज का सहारा रेगिस्तान एक समय पूर्णतया हरा-भरा मैदान था। सहारा की गुफाओं से प्राप्त चित्रों से ज्ञात होता है की यहाँ नदियाँ तथा मगर पाए जाते थे। हाथी , शेर , जिराफ़ , शतुरमुर्ग , भेड़ , पशु , बकरियाँ सामान्य जानवर थे।
जलवायु परिवर्तन ने इसे बहुत गर्म व् शुष्क प्रदेश में बदल दिया है।
सहारा के अल अजीजिया क्षेत्र में , जो त्रिपोली , लीबिया के दक्षिणी भाग में स्थित है ,
यहाँ सबसे अधिक तापमान 1922 में 57.7 सेल्सियस दर्ज किया गया था।
जलवायु – सहारा रेगिस्तान जलवायु अत्यधिक गर्म व् शुष्क है। यहाँ की वर्षा ऋतु अल्पकाल के लिए होती है। यहाँ बादल रहित निर्मल होता है। यहाँ नमी संचय होने की अपेक्षा तेजी से वाष्पित हो जाती है।
दिन में तापमान 50 सेल्सियस से ऊपर पहुँच जाता है , रातें अत्यधिक ठंडी होती है तथा तापमान गिरकर हिमांक बिंदु , लगभग 0 सेल्सियस तक पहुँच जाता है।
वनस्पति एवं प्राणिजात – कैक्टस , खजूर के पेड़ एवं एकेशिया पाए जाते हैं। ऊँट , लकड़बग्घा , सियार , लोमड़ी , बिच्छू , साँपो की विभन्न जातियाँ एवं छिपकलियाँ यहाँ के प्रमुख जीव-जंतु हैं।
मोरक्को में टैफिलालेट मरुघान ऐसा ही विशाल मरुघान है , जो 13,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है।
ये उपजाऊ क्षेत्र होते हैं। इनके आसपास निवास करते हैं एवं खजूर के पेड़ तथा अन्य फसलें उगाते हैं।
मरुघान-खजूर के पेड़ो से घिरे हरित द्वीप पाए जाते है।