Spread the love❍विधुत :- किसी चालक में विद्युत आवेशों के बहाव से उत्पन्न ऊर्जा को विद्युत कहते है। ❍ विधुत के प्रकार :- स्थिर विद्युत आवेश के रूप में होता हैं और इसे अधिक मात्रा में उतपन्न नही कर सकते Read More …
अध्याय : 10 गति एवं दूरियों के मापन
Spread the love ❍प्राचीन काल में लोग पैदल चलते थे , जल मार्गों में आने-जाने के लिए नावों का उपयोग करते थे । ❍ यातयात साधन :- आने-जाने के साधन को यातायात कहते हैं। ❍ सड़क परिवहन :- साइकिल Read More …
अध्याय 7 : पौधों को जानिए
Spread the love❍ शाक :- हरे एवं कोमल तने वाले पौधे शाक कहलाते हैं। ❍ झाड़ी :- कुछ पौधों में शाखाएँ तने के आधार के समीप से निकलती हैं। तना कठोर होता है परंतु अधिक मोटा नही होता इन्हें झाड़ी कहते Read More …
अध्याय : 6 हमारे चारों ओर के परिवर्तन
Spread the love❍ हमारे चारों ओर बहुत से परिवर्तन अपने आप होते रहते हैं। ❍खेतो में फसलें समयनुसार बदलती रहती हैं । ❍पत्तियाँ रंग बदलती हैं और सूखकर पेड़ो से गिर जाती हैं। ❍फूल खिलते हैं और फिर मुरझा जाते हैं। Read More …
अध्याय 3 : तंतु से वस्त्र
Spread the love तंतु :- एक प्रकार से रेशे होते है जिससे तागे या धागे बनाये जाते हैं। प्राकृतिक तंतु :- जो तंतु पादपों या जंतुओं से प्राप्त होते है उन्हें प्राकृतिक तंतु कहते है। पादपों से प्राप्त तंतु :- Read More …
अध्याय 1 : भोजन यह कहाँ से आता है ?
Spread the love संघटक :- भोजन बनाने के लिए हमें कई चीजों की आवश्यकता पड़ती है जिसे संघटक कहते है। जैसे :- कच्ची सब्जियां , नमक , मसाला , तेल आदि। खाद्य पदार्थों के स्रोत :- जिन-जिन चीजों से हम अपना Read More …
अध्याय 11 : इमारतें चित्र तथा किताबें
Spread the loveलौह स्तंभ :- महरौली (दिल्ली) में कुतुबमीनार के परिसर में खड़ा यह लौह स्तंभ भारतीय शिल्पकरों की कुशलता का एक अद्भुत उदाहरण है। इसकी ऊँचाई 7.2 मीटर और वजन 3 टन से भी ज़्यादा है। इसका निर्माण लगभग Read More …
अध्याय 8 : खुशहाल गाँव और समृद्ध शहर
Spread the loveलोहे के औज़ार और खेती :- उपमहाद्वीप में लोहे का प्रयोग लगभग 3000 साल पहले शुरू हुआ। महापाषाण कब्रों में लोहे के औज़ार और हथियार बड़ी संख्या में मिले हैं।जंगलों को साफ करने के लिए कुल्हाड़ियाँ , जुताई Read More …
अध्याय 6 : नए प्रश्न नए विचार
Spread the love गौतम बुद्ध – बचपन का नाम – सिद्धार्थ -जन्म स्थान -563 ई.पू लुम्बिनी ( -कुल – शाक्य, प्रथम उपदेश – कुशीनगर, ज्ञान प्रप्ति – बोधगया (35 वर्ष )-जीवन क अंत – 483 ई.पू कुशीनगर, ज्ञान प्राप्ति Read More …
अध्याय 4 : क्या बताती हैं किताबें और कब्रें
Spread the loveप्राचीनतम ग्रंथ वेद :- वेद का शब्दिक अर्थ – ज्ञान वेदो का संकलन कृष्ण द्वैपायन (वेदव्यास) ने किया वेद चार है – ऋग्वेद , सामवेद , यजुर्वेद , अथर्वेद ऋग्वेद :- यह सबसे पुराना वेद है, ऋग्वेद Read More …