अध्याय 6 : अंतर्राष्ट्रीय संगठन / International Organisations

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अंतर्राष्ट्रीय संगठन अंतरराष्ट्रीय संगठनों की आवश्यकता उद्देश्य अंग महासचिव मुख्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार संयुक्त राष्ट्रसंघ के सालाना बजट भारत का सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता का दावा संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रमुख एजेन्सियाँ WTO IMF WB WHO संयुक्त राष्ट्र संघ ने सतत विकास हेतु लक्ष्य – एजेंडा 2030

 

 

UNO

 

 

 

★ अंतर्राष्ट्रीय संगठन :-

● इस अध्याय में हम सोवियत संघ के बिखरने के बाद अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भूमिका के बारे में पढ़ेंगे।

● हम देखेंगे कि एक उभरते हुए विश्व में नयी चुनौतियों का सामना करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के पुननिर्माण की बातें हो रही थीं।

● इन्हीं चुनौतियों में एक श्री अमरीका की शक्ति का बढ़ना। सुधार की प्रक्रिया और उनकी कठिनाइयों की एक मियत संयुक् राष्ट्र की सुरक्षा परिषद् में होने वाला बदलाव है।

● संयुक्त राष्ट्रसंघ से भारत का और सुरक्षा परिषद् के सुधारों को लेकर उसका विशेष दृष्टिकोण अपने आप में जानकारी का एक अहम विषय है।

” संयुक्त राष्ट्रसंघ का गठन मानवता को स्वर्ग पहुँचाने के लिए नहीं बल्कि उसे नरक से बचाने के लिए हुआ है ” :-  डेग हैमरसोल्ड; संयुक्त राष्ट्रसंघ के दूसरे महासचिव 

” चर्चिल कहते थे, हथियार लड़ाने से बढ़िया है कि ज़बान लड़ाई जाए ” :-  ” शशि थरूर; संयुक्त राष्ट्रसंघ में सार्वजनिक सूचना और संचार के पूर्व अवर सचिव 

 

 

★ अंतरराष्ट्रीय संगठनों की आवश्यकता :-

● कुछ समस्याएं ऐसी होती है। जिससे निपटना किसी एक देश के लिए आसान नही होता ऐसे में अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद करता है

●अंर्तराष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्ण समाधान ।

● युद्धों की रोकथाम में सहायक ।

● विश्व के आर्थिक विकास में सहायक ।

● प्राकृतिक आपदा, महामारी से निपटना ।

● अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना ।

● वैश्विक तापवृद्धि से निपटना ।

 

 

★ मुख्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन :-

●लीग ऑफ नेशंस

● संयुक्त राष्ट्र संघ

● विश्व बैंक

● विश्व व्यापार संगठन

● अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष

● एमनेस्टी इंटरनेशनल

● ह्यूमन राइट्स वाच

 

 

★ अंतर्राष्ट्रीय संगठन :-

◆ लीग ऑफ नेशंस:-

● प्रथम विश्व युद्ध 1914 -18 की वजह से पूरी दुनिया को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ा।

● इस तरह के विश्व युद्ध को दुबारा होने से रोकने और विश्व में शांति बनाये रखने के लिए सभी देशो ने एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन बनाने की सोची ताकि देशों के बीच के विवादों को बातचीत द्वारा सुलझाया जा सके और फिर से विश्व युद्ध न हो।

● तभी लीग ऑफ नेशंस को बनाया गया। 1920 को लीग ऑफ नेंशस की स्थापना की गई।

 

● यह संगठन ज़्यादा सफल नहीं हुआ और दुनिया को दूसरे विश्व युद्ध 1939 – 45 का सामना करना पड़ा।

● दूसरा विश्व युद्ध और भी ज़्यादा खतरनाक रहा और इसमें प्रथम विश्व युद्ध से भी ज़्यादा नुक्सान हुआ।

● सभी देशों को महसूस हुआ की लीग ऑफ़ शंस को और ज़्यादा मजबूत बनाने की ज़रूरत है।

● इसीलिए लीग ऑफ नेशंस को बदल कर संयुक्त राष्ट्र संघ बना दिया गया।

● नोट – संयुक्त राष्ट्र संघ को लीग ऑफ नेशंस का उत्तराधिकारी माना जाता है।

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र (United Nations- UN) 1945 में स्थापित एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।

● 26 जून, 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ में 51 संस्थापक सदस्य हैं।

● 24 अक्टूबर 1945 संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थापना।

● 30 अक्टूबर 1945 भारत संयुक्त राष्ट्रसंघ में शामिल।

● 2002 में दक्षिणी सूडान 193 वां सदस्य बना है।

● वर्तमान में इसमें शामिल सदस्य राष्ट्रों की संख्या 193 है।

 

 

◆संयुक्त राष्ट्रसंघ का उद्देश्य :-

1. अंतराष्ट्रीय शन्ति एवं सुरक्षा बनाए रखना।

2. राष्ट्रों के बीच मित्रतापूर्ण संबंधो को स्थापित करना।

3. मानव अधिकारों एवं प्रोत्साहन देने हेतु अंतराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना।

 

 

★संयुक्त राष्ट्र के मुख्य अंग हैं:

● संयुक्त राष्ट्र महासभा।

● सुरक्षा परिषद।

● आर्थिक एवं सामाजिक परिषद।

● संयुक्त राष्ट्र न्यास परिषद।

● अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय।

● संयुक्त राष्ट्र सचिवालय।

 

1. संयुक्त राष्ट्र महासभा :-

● महासभा UNO के सबसे मुख्य अंगो में से एक है।

● महासभा में UNO के सभी सदस्यों को एक वोट का अधिकार दिया जाता है यह पट सभी देश बराबर होते हैं।

● महासभा एक देश की संसद जैसा होता है जहाँ पर विवादों पर चर्चा की जाती है।

● महासभा में सामान्य विषयो पर फैसले बहुमत तथा और कुछ खास विषयो पर फैसले दो तिहाई बहुमत से लिए जाते है।

● महासभा के अध्यक्ष को प्रत्येक वर्ष महासभा द्वारा एक वर्ष के कार्यकाल के लिये चुना जाता है।

◆ महासभा के प्रथम अध्यक्ष बेल्जियम के पॉल देहरी स्पाक थे।

◆ महासभा 1952 – 8 वें अधिवेशन की अध्यक्षता भारत की विजयलक्ष्मी पंडित के द्वारा की गई।

 

 

2. सुरक्षा परिषद :-

● सुरक्षा परिषद UNO का सबसे महत्वपूर्ण अंग है।

●सुरक्षा परिषद् में कुल 15 सदस्य होते है जो 2 भागो में बटे होते है

स्थायी 5 सदस्य (अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, चीन और रूस )

अस्थायी 10 सदस्य (यह 2 साल के लिए चुने जाते है)

● हर स्थायी सदस्य के पास एक ख़ास ताकत होती है जिसे वीटो (निषेधाधिकार) कहा जाता है।

● वीटो का प्रयोग करके स्थायी सदस्य की भी प्रस्ताव को रोक सकते है या सीमित कर सकते है।

● संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा इसकी प्राथमिक ज़िम्मेदारी है।

● भारत ने पिछले वर्ष (2021) आठवीं बार एक अस्थायी सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रवेश किया था और दो वर्ष यानी वर्ष 2021-22 तक परिषद में रहेगा।

●जनवरी, 2021 को भारत आठवीं बार सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना जिसका कार्यकाल 31 दिसम्बर, 2022 को समाप्त होगा। इससे पूर्व 1950-51, 1967- 68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92 और 2011-12 में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रह चुका है।

 

 

 

3. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद :-

● स्थापना –1945

● वर्तमान में सदस्य- 54

● बैठक इस परिषद की बैठक वर्ष में दो बार होती है

1.जुलाई में जेनेवा में  2.अप्रैल में न्यूयॉर्क में

● कार्य – विश्व में आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास के स्तर को बढ़ाना।

● यह सतत् विकास पर बहस एवं अभिनव सोच के लिये संयुक्त राष्ट्र का केंद्रीय मंच है।

●आर्थिक और सामाजिक परिषद् विश्व में सांस्कृतिक, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक विकास के लिए काम करती है।

 

 

 

4 . अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय :-

● अंतरराष्ट्रीय न्यायालय देशों के बीच होने वाले विवादों को सुलझाता है।

● यह हैग (नीदरलैंड) में स्थित है

● अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में 15 न्यायाधीश होते है जिन्हे 9 सालो के लिए चुना जाता है।

● हर 3 साल बाद 5 न्यायधिशो को चुना जाता है।

● सभी फैसले बहुमत से लिए जाते है।

 

 

5 .न्यास परिषद :-

● न्यास परिषद् को उन क्षेत्रों की देख रेख करने के लिए बनाया गया पर दूसरे विश्वयुद्ध के सामान्य शासन शुरू नहीं हो सका।

● इन क्षेत्रों का सम्पूर्ण देख रेख करना न्यास परिषद की जिम्मेदारी थी।

● शरुआत में इसमें 11 देशो को रखा गया था। 1996 में पलामू द्वीप के आज़ाद होने के बाद इसका काम खत्म हो गया

● पर इसे खत्म नहीं किया गया।

 

 

6 . संयुक्त राष्ट्र सचिवालय :- 

● सचिवालय में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एवं हज़ारों संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी सदस्य शामिल होते हैं, जो महासभा और संगठन के अन्य प्रमुख अंगों द्वारा अधिदेशित संयुक्त राष्ट्र के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को पूर्ण करते हैं।

● संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) को 1 जनवरी, 2022 से 31 दिसंबर, 2026 तक के लिये दूसरे कार्यकाल हेतु नौवें संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UNSG) के रूप में नियुक्त किया।

● ये अपने कार्यस्थलों एवं संपूर्ण विश्व के शांति अभियानों पर काम करते हैं।

 

 

 ★ संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार :- 

● सोवियत संघ बिखर गया।

● शीत युद्ध के बाद आये बदलाव

● सोवियत संघ बिखर गया।

● एक ध्रुवीय विश्व की शरुआत

● अमेरिकी वर्चस्व की शुरुआत

● चीन का तेज़ी से विकास करना

●एशिया की अर्थव्यवस्था का तेज़ी का विकास करना।

● नई चुनौतियां

● आतंकवाद

● जलवायु परिवर्तन (ग्लोबल वॉरमिंग)

● गृहयुद्ध

●परमाणु हथियारों का प्रसार * पर्यावरण का विनाश

●महामारियाँ ।

 

 

 ◆ तीन मुख्य शिकायत :- 

● 1992 में संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा में एक प्रस्ताव स्वीकृत हुआ। प्रस्ताव में तीन मुख्य शिकायतों का जिक्र था प्रस्तावित सुधार की शिकयतें

● सुरक्षा परिषद् अब राजनीतिक वास्तविकताओं की नुमाइंदगी नहीं करती।

● इसके फ़ैसलों पर पश्चिमी मूल्यों और हितों की छाप होती है और इन फ़ैसलों पर चंद देशों का दबदबा होता है।

● सुरक्षा परिषद् में बराबर का प्रतिनिधित्व नहीं है।

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र संघ में किये गए बदलाव :- 

● संयुक्त राष्ट्र संघ को और प्रासंगिक बनाने के लिए सितम्बर 2005 में कुछ बदलाव किये गए।

● शांति संस्थापक आयोग का गठन किया गया।

● हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा

●मानवाधिकार परिषद् की स्थापना (19 जून 2006)

● लोकतंत्र कोष का गठन

 

 

◆ सुरक्षा परिषद् का स्थाई सदस्य बनने के मानदंड :-

● बड़ा भूक्षेत्र

● बड़ी जनसँख्या

● विशाल सैन्य ताकत

● बड़ी आर्थिक शक्ति

● सांस्कृतिक विविधता

●UNO के बजट में उच्च योगदान

● लोकतंत्र और मानवाधिकारों का सम्मान

 

 

★ संयुक्त राष्ट्र संघ ने सतत विकास हेतु लक्ष्य – एजेंडा 2030 :-

25 से 27 सितम्बर 2015 को हुए सतत विकास शिखर सम्मेलन में भारतीय नरेन्द्र मोदी शामिल हुए।

1. निर्धनता निवारण
2. शून्य भूख
3. बेहतर शिक्षा
4. अच्छा स्वास्थ्य
5. स्वस्थ जल
6. लैंगिक समानता
7. धरती पर जीवन
8. असमानताओं की कमी
9. लक्ष्यों के लिए भागीदारीयाँ
10. शान्ति , न्याय एवं मजबूत संस्थाएँ

 

 

 ★ भारत का सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता का दावा :-

(i) जब संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्य संख्या 51 से 100 हुई थी तब इसके सदस्यों की संख्या 11 से बढ़ाकर 15 कर दी गई थी। वर्तमान में U.N.O की सदस्य संख्या 193 हो गई है। अतः इस समय सुरक्षा परिषद पूर्णतः प्रतिनिध्यात्मक संस्था नहीं है अतः इसकी सदस्य संख्या में वृद्धि अवश्यंभावी है।

(ii) भारत U.N.O. के उद्देश्यों के प्रति दृढ़संकल्पित है। भारतीय विदेश नीति तथा संविधान इसमें आस्था रखता है। भारत U.N.O. का प्रारम्भिक सदस्य रहा है।

(iii) विश्व के दो-तिहाई राज्य विकासशील हैं परन्तु सुरक्षा परिषद में इनका कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। विश्व शान्ति के लिए सुरक्षा परिषद का लोकतंत्रीकरण आवश्यक है ।

(iv) भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। यह विश्व जनसंख्या के 16 प्रतिशत भाग का प्रतिनिधित्व करता है। गुटनिरपेक्षता का समर्थक है, नाभिकीय शक्ति सम्पन्न राष्ट्र है।

 

जनवरी, 2021 को भारत आठवीं बार सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना जिसका कार्यकाल 31 दिसम्बर, 2022 को समाप्त होगा।

इससे पूर्व 1950-51, 1967- 68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92 और 2011-12 में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रह चुका है।

 

 1. G-4 का प्रस्ताव

● भारत, जापान, जर्मनी तथा ब्राजील के द्वारा सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता को प्राप्त करने के लिए गठन किया गया है।

 

2. कॉफी क्लब का प्रस्ताव

पाकिस्तान, इटली, मैक्सिको, स्पेन, अर्जेन्टीना, कनाडा, तुर्की आदि देशों ने G-4 के प्रस्ताव का विरोध किया है।
 

 

महासचिव :- 

 1. ट्रिग्वेली (नार्वे) 1952 में स्वयं पद से त्यागपत्र दिया –  1946 से 1952

2. डैग हैमरशोल्ड (स्वीडन) 1961 में अफ्रीका में हवाई दुर्घटना में मृत्यु  – 1953 से 1961

3. यूथान्ट (म्यांमार) – 1961 से 1971

4. कुर्त वाल्दहीम (आस्ट्रिया) कार्यकाल के दो टर्म पूरे किए – 1972 से 1981

5. जेवियर पेरेज डी क्वयार (पेरू) कार्यकाल के दो टर्म पूरे किए  —1982 से 1991

6. बुतरस घाली (मिस्र) – 1992 से 1996

7. कोफी अन्नान (घाना) कार्यकाल के दो टर्म पूरे किए – 1997 से 2006

8. बान की मून (द. कोरिया) कार्यकाल के दो टर्म पूरे किए – 2007 से 2016

9. एंटोनियो गुटरेस (पुर्तगाल) –  1 जनवरी 2017 से

 

 

 

 ◆ संयुक्त राष्ट्रसंघ के सालाना बजट में सर्वाधिक योगदान करने वाले देश (2019 ) :-

 

1.संयुक्त राज्य अमेरिका – 22.0%

2. चीन – 12.0%

3. जापान – 8.5%

4. जर्मनी – 6.0%

5. यू.के. – 4.5%

6. फ़्रांस – 4.4%

7. इटली – 3.3%

8. ब्राज़ील – 2.9%

9. कनाडा – 2.7%

10. रूस – 2.4%

11. दक्षिण कोरिया – 2.2%

12.ऑस्ट्रेलिया – 2.2%

13.स्पेन – 2.1%

14. तुर्की – 1.3%

15. नीदरलैंड – 1.3%

16. मैक्सिको – 1.2%

17. सऊदी अरब – 1.1%

18. स्विटज़रलैंड – 1.1%

19. अर्जेंटीना – 0.9%

20. स्वीडन – 0.9%

21. भारत – 0.8%

 

 

 ◆ संयुक्त राष्ट्र के प्रतीक चिन्ह क्या है ?

● संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतीक चिन्ह में दुनिया का – नक्शा बना हुआ है और इसके चारों तरफ जैतून की पत्तियाँ हैं ये पत्तियाँ विश्व शांति का संकेत करती है ।

 

 ◆ वीटो पॉवर (निषेधाधिकार ) :-

● वीटो संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्य देशों को प्राप्त वह अधिकार है जिसके आधार पर कोई भी देश इसके फैसले के खिलाफ जाकर फैसले को रोक सकता है ।

● सुरक्षा परिषद् में पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य है । कुल 15 सदस्य है जिनमें प्रत्येक की वोट की मूल्य 1 है ।

 

 

◆मई 2022 तक वीटो पावर का उपयोग :-

•अमेरिका = 82 बार

•चीन = 17 बार

• रूस = 122 बार

• फ्रांस = 16 बार

ब्रिटेन = 29 बार

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रमुख एजेन्सियाँ :-

● विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)

● संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF)

● संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)

● संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC )

● संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (UNHCR)

● संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन ( UNCTAD)

● संयुक्त राष्ट्र, शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)

 

◆ यूनेस्को (UNESCO – United Nations Education, Scientific and Cultural Organization)

● यूनेस्को मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी मानी जाती है जो वैश्विक स्तर पर विज्ञान, संस्कृति एवं शिक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से सुधार करने का कार्य करती है।

● यूनेस्को का मुख्यालय पेरिस में स्थित है। इसमें 193 सदस्य देश शामिल हैं। यूनेस्को वह अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने का कार्य करती है।

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF- United Nations International Children’s Emergency Fund)

● संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की स्थापना 11 दिसंबर वर्ष 1946 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई थी।

● इसे बनाए जाने का मुख्य उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बर्बाद हुए देशों में बच्चों एवं महिलाओं को आपातकालीन स्थिति में स्वास्थ्य सेवा सामग्री एवं भोजन को उपलब्ध कराना था।

● संयुक्त राष्ट्र बाल कोष को मुख्य रूप से बच्चों एवं महिलाओं की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु बनाया गया था ।

● संयुक्त राष्ट्र बाल कोष में 190 देशों की सदस्यता को सुनिश्चित किया गया है।

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC- United Nations Security Council)

● संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थापना वर्ष 1945 में की गई थी।

● इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखना होता है।

● सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य देशों की उपस्थिति है। UNSC का मुख्यालय न्यूयॉर्क में स्थित है।

● संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मुख्य रूप से मानव की सुरक्षा एवं शांति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करता है।

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC- United Nations Human Rights Council)

● संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की स्थापना वर्ष 2006 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई थी।

● संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) मुख्य रूप से मानव अधिकार परिषद के सचिवालय के रूप में कार्य करता है।

● इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा नामक शहर में स्थित है जिसमें 47 सदस्य राज्य शामिल है।

 

 

◆संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (UNHCR- United Nations High Commissioner For Refugees)

● संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग की स्थापना 14 दिसंबर वर्ष 1950 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई थी।

● संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (UNHCR) का उद्देश्य विश्व भर में शरणार्थियों का संरक्षण करना होता है।

● यह शरणार्थियों की सभी समस्याओं का समाधान करने हेतु अंतरराष्ट्रीय रूप से कार्यवाही कर सकता है।

● संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग मूल रूप से शरणार्थियों के अधिकारों की रक्षा करता है।

● इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है एवं इसमें 135 सदस्य देश शामिल हैं।

 

 

 

◆संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP- United Nations Development Programme)

● संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की स्थापना वर्ष 1965 में हुई थी।

● संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र संघ का वैश्विक स्तर पर विकास कार्यक्रमों को आयोजित करना होता है।

● यह विकास कार्यक्रम के माध्यम से विश्व में गरीबी को कम करने हेतु एक आधारभूत ढांचे की स्थापना करता है।

● संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम में 177 सदस्य देश शामिल है एवं इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में स्थित है।

 

 

 

 ◆ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO- World Health Organization)

● विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना वर्ष 1948 में हुई थी जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करना होता है।

● वर्तमान समय में विश्व स्वास्थ्य संगठन में 194 सदस्य देश शामिल हैं।

● WHO का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा नामक शहर में स्थित है ।

● यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी निर्देशों को जारी करके स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करने का कार्य करता है।

 

 

 

★अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF- International Monetary Fund) 

●शीतयुद्ध के बाद के समय में कुछ संगठनों ने बड़ो महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर विश्व की अर्थव्यवस्था के संदर्भ में।

● इनमें से एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड – IMF) है। यह संगठन वैश्विक स्तर की वित्त व्यवस्था को देखरेख करता है और माँगे जाने पर वित्तीय तथा तकनीकी सहायता मुहैया करता है।

● 189 (12 अप्रैल 2016 की (स्थिति) देश अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के सदस्य है लेकिन हर सदस्य की राय का वजन बराबर नहीं है।

● समूह -7 के सदस्य (अमरीका, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली और कनाडा) के पास 41.29 प्रतिशत मत हैं।

● अन्य अग्रणी सदस्यों में चीन (6.09%), भारत (2. 64%), रूस (2.59%), ब्राजील (2.22%) और सऊदी अरब (2 02%) है। अकेले अमरीका के पास 1652 प्रतिशत मताधिकार हैं।

 

 

 

विश्व बैंक (WB – WORLD BANK) 

दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान सन् 1944 में विश्व बैंक की औपचारिक स्थापना हुई।

● इस बैंक की गतिविधियों प्रमुख रूप से विकासशील देशों से संबंधित है।

● यह बैंक मानवीय विकास (शिक्षा, स्वास्थ्य) कृषि और ग्रामीण विकास (सिंचाई ग्रामीण सेवाएँ) पर्यावरण सुरक्षा (प्रदूषण में कमी, नियमों का निर्माण और उन्हें लागू करना)

● आधारभूत ढाँचा (सड़क, शहरी विकास, बिजली) तथा सुशासन (कदाचार का विरोध, विधिक (संस्थाओं का विकास के लिए काम करता है।

● यह अपने सदस्य देशों की आसान ऋण और अनुदान देता है।

●ज्यादा गरीब देशों को ये अनुदान वापिस नहीं चुकाने पड़ते। इस अर्थ में यह संस्था समकालीन वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करती है।

 

 

विश्व व्यापार संगठन (WTO- World Trade Organization)

● यह अंतर्राष्ट्रीय संगठन वैश्विक व्यापार के नियमों को तय करता है।

● इस संगठन की स्थापना सन् 1995 में हुई।जिसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा नामक शहर में स्थित है।

● यह संगठन ‘जेनरल एग्रीमेंट ऑन ट्रेड एंड टैरिफ के उत्तराधिकारी के रूप में काम करता है जो दूसरे विश्वयुद्ध के बाद अस्तित्व में आया था।

● इनके सदस्यों की संख्या 164 (29 जुलाई 2016 को स्थिति है। हर फ़ैसला सभी सदस्यों की सहमति से किया जाता है

● लेकिन अमरीका, यूरोपीय संघ तथा जापान जैसी बड़ी आर्थिक शक्तियाँ विश्व व्यापार संगठन में व्यापार के नियमों को इस तरह बनाने में कामयाब हो गई है जिससे उनके हित सकते हो।

●विकासशील देशों को बहुध 1 शिकायत रहती है कि इस संगठन को कार्यविधि पारदर्शी नहीं है और बड़ी आर्थिक ताकतें उन्हें धकियाती है।

 

 

अंतर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी :-

● (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी IAEA) इस संगठन की स्थापना 1957 में हुई।

●यह संगठन परमाण्विक ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने और सैन्य उद्देश्यों में इसके इस्तेमाल को रोकने की कोशिश करता है।

● इस संगठन के अधिकारी नियमित रूप से विश्व की परमाण्विक सुविधाओं की जाँच करते हैं ताकि नागरिक परमाणु संयंत्रों का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के लिए न हो।

 

 

एमनेस्टी इंटरनेशनल :-

● एमनेस्टी इंटरनेशनल  एक स्वयंसेवी संगठन है।

● यह पूरे विश्व में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अभियान चलाता है।

● यह संगठन मानवाधिकारों से जुड़ी रिपोर्ट तैयार और प्रकाशित करता है।

● सरकारों को ये रिपोर्ट अक्सर नागवार लगती हैं क्योंकि एमनेस्टी का ज्यादा जोर सरकारों द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार पर होता है।

●बहरहाल, ये रिपोर्ट मानवाधिकारों से संबंधित अनुसंधान और तरफदारी में बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

 

 ★अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार WATCH :-

●यह भी मानवाधिकारों की वकालत और उनसे संबंधित अनुसंधान करने वाला एक अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन है।

● यह अमरीका RIGHTS का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार WATCH संगठन है।

● यह दुनिया भर के मीडिया का ध्यान मानवाधिकारों के उल्लंघन की ओर खींचता है।

● इसने बारूदी सुरंगों पर रोक लगाने के लिए बाल सैनिकों का प्रयोग रोकने के लिए और अंतर्राष्ट्रीय दंड न्यायालय स्थापित करने के लिए अभियान चलाने में मदद की है।

 

 

 

 

◆ संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रमुख एजेन्सियाँ :-

● विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)

● संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF)

● संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)

● संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC )

● संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (UNHCR)

● संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन ( UNCTAD)

● संयुक्त राष्ट्र, शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)

 

 

 

 

 

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