भारत की राष्ट्रीय पार्टियां 2023, राजनितिक दलों की पूरी जानकारी और नोट्स

Spread the love

भारत की राष्ट्रीय पार्टियां 2023

 

राष्ट्रीय पार्टी किसे कहते है?

एक मान्यता प्राप्त पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा तभी प्रदान किया जा सकता है यदि वह निम्नलिखित तीन में से किसी एक शर्त को पूरा करती है:

  •  उस राजनीतिक दल को तीन अलग-अलग राज्‍यों की लोकसभा (11 सीटों) की 2 प्रतिशत सीटें प्राप्‍त हुई हों।
  • लोकसभा या विधानसभा के किसी आम चुनाव में उस राजनीतिक दल को 4 राज्‍यों के कुल मतों में से 6 प्रतिशत मत प्राप्‍त हुए हों और उसने लोकसभा की 4 सीटें जीती हों।
  • किसी राजनीतिक दल को 4 या अधिक राज्‍यों में राज्‍य स्‍तरीय दल के रूप में मान्‍यता प्राप्‍त हो।

 

 

 

 

निर्वाचन आयोग :- देश की हर पार्टी को निर्वाचन आयोग में अपना पंजीकरण कराना पड़ता है।

• इन्हें चुनाव चिह्न दिया जाता है।

• आयोग पार्टी को अलग चुनाव चिन्ह देता है जिसे मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल कहा जाता है

 

 राजनीतिक दल :- लोकतंत्र में नागरिकों का कोई भी समूह राजनीतिक दल बना सकता है।

• भारत में चुनाव आयोग में 750 पंजीकृत दल है।

• किसी देश में तीन तरह की पार्टी हो सकती है

 

भारत में 2020 तक भारत में राजनीतिक दलों को तीन समूहों :-

राष्ट्रीय दल ( संख्या 8) ,क्षेत्रीय दल (संख्या 53) और गैर मान्यता प्राप्त दलों (संख्या 2044) के रूप में बाँटा गया है|.

सभी राजनीतिक दल जो स्थानीय स्तर, राज्य स्तर या राष्ट्रीय स्तरपर चुनाव लड़ने के इच्छुक होते हैं उनका भारतीय निर्वाचन आयोग (EIC) में पंजीकृत होनाआवश्यक है.

 

भारत के सभी राष्ट्रीय पार्टियों की सूची नीचे दी गई है: (List of All the Political Parties in India)

 

क्र.सं. नाम गठन
1 भारतीय जनता पार्टी (BJP) 1980
2 बहुजन समाज पार्टी (BSP) 1984
3 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) 1964
4 भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) 1925
5 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) 1885
6 राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) 1999
7 तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC)  1998
8 नेशनल पीपुल्स पार्टी  2013
9. आम आदमी पार्टी (AAP) 2012

 

 

1. भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस :-

स्थापना: 1885

चुनाव चिन्ह: पंजा 

 

इसे आमतौर पर कांग्रेस पार्टी कहा जाता है और यह दुनिया के सबसे पुराने दलों में से यह कह 1885 में गठित इस दल के कई बार विभाजन हुए हैं।

आजादी के बाद राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर अनेक दशकों तक इस ने प्रमुख भूमिका निभाई हैं। जवाहरलाल नेहरू की अगुवाई में इस दल ने भारत की एक आधुनिक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने का प्रयास किया।

1952 से 1971 तक लगातार और फिर 1980 से ही1989 तक और फिर उसके बाद 2004 से 2014 तक इसने देश पर शासन किया।

 

 

2. भारतीय जनता पार्टी :-

स्थापना: 1980

चुनाव चिन्ह: कमल के फूल

 

पुराने जनसंघ को, जिसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में गठित किया था। पुनर्जीवित करके 1980 में भारतीय जनता पार्टी बनी।

भारत की प्राचीन संस्कृति और मूल्य दीनदयाल उपाध्याय के विचार समग्र मानवतावाद एवं अंत्योदय से प्रेरणा लेकर मजबूत और आधुनिक भारत बनाने का लक्ष्य ; भारतीय राष्ट्रवाद और राजनीति की इसकी अवधारणा में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद या हिंदुत्व एक प्रमुख तत्व है।

पार्टी जम्मू कश्मीर को क्षेत्रीय और राजनीतिक स्तर पर विशेष दर्जा देने के खिलाफ है। यह देश में रहने वाले सभी धर्म के लोगों के लिए समान नागरिक संहिता बनाने और धर्मांतरण पर रोक लगाने के पक्ष में हैं।

1990 के दशक में इसके समर्थन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेता की हैसियत से यह पार्टी 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सत्ता में आई। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में 282 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरा। 2019 में दुबारा नरेंद्र मोदी जीते।

 

 

3. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी :-

स्थापना: 1925

चुनाव चिन्ह: बाली-हंसिया

1925 में गठित मार्क्सवाद-लेनिनवाद, धर्मनिरपेक्ष और लोकतंत्र में आस्था अलगाववादी और साप्रदायिक ताकतों की विरोधी।

यह पार्टी संसदीय लोकतंत्र को मजदूर वर्ग, किसानों, और गरीबों के हितों के को आगे बढ़ाने का उपकरण मानती है।

केरल, पश्चिम बंगाल, पंजाब, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में ये पार्टी है। लेकिन इसके समर्थन धीरे-धीरे कमी ही रही है।

2014 के चुनाव में से 1 फ़ीसदी से कम वोट मिला है और 1 सीट हासिल हुई। इस पार्टी ने वाम मोर्चा बनाने के लिए सभी वामपंथी दलों को साथ लाने का पक्षधर है।

 

 

4. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी :-

स्थापना:1964

चुनाव चिन्ह : हंसिया-हथौड़ा

1964 में स्थापित मार्क्सवाद-लेनिनवाद में आस्था समाजवाद, धर्मनिरपेक्ष और लोकतंत्र के समर्थक तथा साम्राज्यवाद और संप्रदायिकता की विरोधी।

यह पार्टी भारत में सामाजिक आर्थिक न्याय के लक्ष्य साधने में लोकतांत्रिक चुनाव को सहायक और उपयोगी मानती है।

यह पार्टी पश्चिम बंगाल, केरल, त्रिपुरा में मजबूत है। गरीबों कारखाना मजदूरों, खेतिहर मजदूरों और बुद्धिजीवियों के लिए अच्छी पकड़ है।

पश्चिम बंगाल में लगातार 34 वर्षों से शासन कर रही। 2014 के चुनाव में इसने क़रीब 3 फ़ीसदी वोट और लोकसभा की 9 सीटें हासिल की।

 

 

5. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) :-

स्थापना: 1984
चुनाव चिन्ह: हाथी

स्व: काशीराम के नेतृत्व में 1984 में गठन किया।

जिसमें दलित, आदिवासी, पिछड़ी जातियां, और धार्मिक अल्पसंख्यक शामिल है , राजनीतिक सत्ता पाने का प्रयास और उनका प्रतिनिधित्व करने का दावा।

पार्टी साहू महाराजा, महात्मा फुले, पेरियार रामास्वामी और बाबा साहब अंबेडकर के विचारों और शिक्षाओं से प्रेरणा लेती है।

दलितों और कमजोर वर्गों के लोगों को कल्याण और उनके हितों की रक्षा के लिए सक्रिय है। यह पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पंजाब में है।

इसने उत्तर प्रदेश में चार बार सरकार बनाई है। इस दल को 2014 के लोकसभा चुनाव में केवल 4 वोट मिले।

 

 

6. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीएमसी) :-

स्थापना: 1 जनवरी 1998
चुनाव चिन्ह : जोहरा घास फूल

सुश्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली अब यह एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है. जिसे चुनाव आयोग ने सितम्बर 2016 में

यह 1 जनवरी 1998 को ममता बनर्जी के नेटवर्क में बनी।

इसे 2016 में राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। ‘पुष्प’ और तृण पार्टी का प्रतीक है।

धर्मनिरपेक्षता और संघवाद के प्रति प्रतिबद्ध है।

2011 में पश्चिम बंगाल में सत्ता में आई अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा में भी इसकी उपस्थिति है।

2014 में हुए आम चुनाव में 4 फ़ीसदी वोट मिले और 34 सीटों पर जीत हासिल हुई।

 

 

7. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) :-

स्थापना: 1999
चुनाव चिन्ह : घड़ी

कांग्रेस पार्टी में विभाजन के बाद 1999 में यह पार्टी बनी है।

लोकतंत्र, गांधीवादी, धर्मनिरपेक्षता, समता, सामाजिक न्याय और संघवाद में आस्था।

यह पार्टी सरकार के प्रमुख पदों को सिर्फ भारत में जन्मे नागरिकों के लिए आरक्षित करना चाहती है।

महाराष्ट्र में प्रमुख ताकत होने के साथ ही यह मेघालय मणिपुर और असम में भी ताकतवर है।

कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र सरकार में भागीदारी 2004 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन में साझीदार।

 

 

8.आम आदमी पार्टी 

स्थापना: 2012
चुनाव चिन्ह :झाड़ू 

का गठन 2012 में हुआ था।आईआरएस अधिकारी रहे अरविंद केजरीवाल व उनके साथ के कुछ लोगों की राय अलग थी और ये राजनीति में आकर राजनीति बदलने की बात कहते हुए आगे बढ़ गए।

आप ने सिर्फ दिल्ली पर फोकस किया और 2015 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। आप को 70 में से 67 सीटें मिलीं,

 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में, AAP ने 117 में से 112 सीटों पर चुनाव लड़ा, कुल मतों के 23.72% के साथ 20 सीटों पर जीत हासिल की।

की दो राज्यों में सरकार है। पंजाब में 2022 में विधान सभा के चुनाव हुए थे, जहां पार्टी ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी।

फरवरी 2020 में भी केंद्र शासित प्रदेश व राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी पार्टी ने कब्जा जमा लिया था। इसी साल दिल्ली एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी ने पहली बार अपना मेयर बनाकर इतिहास रच दिया।

 

निर्वाचन आयोग :- देश की हर पार्टी को निर्वाचन आयोग में अपना पंजीकरण कराना पड़ता है।

• इन्हें चुनाव चिह्न दिया जाता है।

• आयोग पार्टी को अलग चुनाव चिन्ह देता है जिसे मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल कहा जाता है ।

○ क्षेत्रीय पार्टी : विधानसभा चुनाव में कुल वैध मतों का कम से कम छह प्रतिशत मत हासिल करती है और विधानसभा चुनाव में कम से कम दो सीट पर जीत दर्ज करती है , तो उन्हें क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता मिल जाती है ।

क्षेत्रीय पार्टी किसे कहते है?

किसी राजनीतिक दल को किसी राज्‍य में मान्‍यता प्राप्‍त राजनीतिक दल तभी माना जाएगा यदि वह निम्‍नलिखित में से कोई एक शर्त पूरी करता हो:-

  • किसी आम चुनाव में या विधानसभा चुनाव में उस दल ने राज्‍य विधानसभा की 3 प्रतिशत सीटों (कम से कम तीन सीटों) पर चुनाव जीता हो।
  • लोकसभा या विधानसभा के किसी आम चुनाव में उस राजनीतिक दल ने उस राज्‍य के हिस्‍से की प्रति 25 लोकसभा सीटों पर एक लोकसभा सीट जीती हो।
  • लोकसभा या विधानसभा के किसी आम चुनाव में किसी राज्‍य में उस राजनीतिक दल को कम से कम 6 प्रतिशत मत प्राप्‍त हुए हों। इसके अलावा उस दल ने उस राज्‍य से एक लोकसभा सीट या 2 विधानसभा सीटों पर चुनाव जीता हो।
  • लोकसभा या विधानसभा के किसी आम चुनाव में उस राजनीतिक दल को उस राज्‍य में 8 प्रतिशत मत मिले हों।

 

 

भारत के सभी क्षेत्रीय पार्टियों की सूची नीचे दी गई है: (List of All the Political Parties in India)

 

भारत में क्षेत्रीय पार्टियों की सूची:

राजनीतिक दल का नाम गठन राज्य/केन्द्रशासित प्रदेश
आम आदमी पार्टी (AAP) 2012 दिल्ली, पंजाब
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) 1972 पुदुचेरी, तमिलनाडु
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB) 1939 पश्चिम बंगाल
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) 1927 तेलंगाना
ऑल इंडिया एन. आर. कांग्रेस (AINRC) 2011 पुदुचेरी
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) 2004 असम
ऑल झारखण्ड स्टूडेंट यूनियन (AJSU) 1986 झारखण्ड
असम गण परिषद (AGP) 1985 असम
बीजू जनता दल (BJD) 1997 ओडिशा
बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) 1985 असम
देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (DMDK) 2005 तमिलनाडु
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) 1949 पुदुचेरी, तमिलनाडु
हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) (HJC(BL)) 2007 हरियाणा
हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (HSPDP) 1968 मेघालय
इन्डियन नेशनल लोक दल (INLD) 1999 हरियाणा
इन्डियन नेशनल मुस्लिम लीग (IUML) 1948 केरल
जम्मू-कश्मीर नेशनल कान्फ्रेंस (JKNC) 1932 जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर नेशनल पेंथर्स पार्टी (JKNPP) 1982 जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) 1998 जम्मू-कश्मीर
जनता दल (सेक्युलर) (JD(S)) 1999 कर्नाटक, केरल
जनता दल (यूनाइटेड) (JD(U)) 1999 बिहार
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (JMM) 1972 झारखण्ड
झारखण्ड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) (JVM(P)) 2006 झारखण्ड
केरल कांग्रेस (एम) (KC(M)) 1979 केरल
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) 2000 बिहार
महाराष्ट नवनिर्माण सेना (MNS) 2006 महाराष्ट्र
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) 1963 गोवा
मणिपुर स्टेट कांग्रेस पार्टी (MSCP) 1997 मणिपुर
मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) 1959 मिजोरम
मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस (MPC) 1972 मिजोरम
नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) 2002 मणिपुर, नागालैंड
नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) 2013 मेघालय
पट्टाली मक्कल काची (PMK) 1989 पुदुचेरी, तमिलनाडु
अरुणाचल पीपुल्स पार्टी (PPA) 1987 अरुणाचल प्रदेश
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 1997 बिहार, झारखण्ड
राष्ट्रीय लोक दल (RLD) 1996 उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) 2013 बिहार
रिवोल्यूशनरी सोशिलिस्ट पार्टी (RSP) 1940 केरल, पश्चिम बंगाल
समाजवादी पार्टी (SP) 1992 उत्तर प्रदेश
शिरोमणि अकाली दल (SAD) 1920 पंजाब
शिव सेना (SS) 1966 महाराष्ट्र
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) 1993 सिक्किम
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) 2013 सिक्किम
तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) 2001 तेलंगाना
तेलगू देशम पार्टी (TDP) 1982 आंध्र प्रदेश, तेलंगाना
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) 1972 मेघालय
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) 2011 आंध्र प्रदेश, तेलंगाना
समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) (SJP) 1990 उत्तर प्रदेश

 

 

 राजनीतिक दल। राजनीतिके दल के कार्य। राजनीतिक दल की जरूरत। राष्ट्रीय दल राज्य दल क्षेत्रीय दल।

❍ राजनैतिक दल का अर्थ

• नेता
• सक्रिय सदस्य
• अनुयायी या समर्थक

 

 

• एकदलीय शासन प्रणाली :-एक ही दल को सरकार को बनाने और चलाने की अनुमति होती है ।

चीन और क्यूबा

• दो दलीय शासन प्रणाली :सत्ता आमतौर पर दो प्रमुख दलों के बीच हस्तान्तरित होती रहती है।

अमरीका और ब्रिटेन

• बहुदलीय शासन प्रणाली :- अनेक दल सत्ता पाने के लिए कोशिश करते हैं , सत्ता में आने के लिए ये दल या तो अपने दम पर या दूसरों के साथ गठबंधन करके सत्ता प्राप्त करते हैं ?

 

 

भारत में भी बहुदलीय गठबंधन व्यवस्था है।

• राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन या राजग National Democratic Alliance or NDA) भारत में एक राजनीतिक गठबन्धन है। इसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी करती है। इसके गठन के समय इसके 13 सदस्य थे।

• संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन या संप्रग (United Progressive Alliance or UPA) भारत में एक राजनीतिक गठबन्धन है। इसका नेतृत्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस करती है।

 

राजनैतिक दल :-

• एक ऐसा समूह जिसका निर्माण चुनाव लड़ने और सरकार बनाने के उद्देश्य से हुआ हो , राजनीतिक पार्टी या दल कहलाता है । किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल लोग कुछ नीतियों और कार्यक्रमों पर सहमत होते हैं जिसका लक्ष्य समाज का भलाई करना होता है ।

•एक राजनीतिक पार्टी लोगों को इस बात का भरोसा दिलाती है उसकी नीतियाँ अन्य पार्टियों से बेहतर हैं । वह चुनाव जीतने की कोशिश करती है ताकि अपनी नीतियों को लागू कर सके।

 

राजनैतिक दल का अर्थ

• नेता
• सक्रिय सदस्य
• अनुयायी या समर्थक

 

 

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *