अध्याय 7 : भू-आकृतियां तथा उनका विकास

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Spread the loveभू – आकृतियाँ :-   पृथ्वी के धरातल के निर्माण में अपरदन के कारकों का बहुत बड़ा योगदान होता है । अपरदन के इन कारकों में नदियाँ पवनें, हिमानी तथा लहरें आदि आते हैं । ये भूतल की Read More …

अध्याय 1: स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर भारतीय अर्थव्यवस्था / Indian Economy on the Eve of Independence

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Spread the love  स्वतंत्रता के समय भारतीय अर्थव्यवस्था औपनिवेक शासन के अंतर्गत निम्न स्तरीय आर्थिक विकास कृषि क्षेत्राक औद्योगिक क्षेत्राक विदेशी व्यापार ब्रिटिश उपनिवेश काल से पूर्व भारत की अर्थव्यवस्था ” सोने की चिड़िया’ के रूप में जानी जाती थी Read More …

अध्याय 1 : भूगोल एक विषय के रूप में

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Spread the loveभूगोल क्या है?   अत्यंत सरल शब्दों में यह कहा जा सकता है कि भूगोल पृथ्वी का वर्णन है।   इरेटोस्थनीज 276 ईसापूर्व से 195-194 ईसा पूर्व को भूगोल का पिता कहा जाता है । इरेटोस्थनीज यूनान के Read More …

अध्याय 9 : सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन और तापमान

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Spread the love सौर विकिरण   सूर्यातप : पृथ्वी के पृष्ठ पर प्राप्त होने वाली ऊर्जा का अधिकतम अंश लघु तरंगदैर्ध्य के रूप में आता है। पृथ्वी को प्राप्त होने वाली ऊर्जा को ‘आगमी सौर विकिरण’ या छोटे रूप में ‘सूर्यातप’ Read More …

अध्याय 1 : मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र

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Spread the loveभूगोल : भूगोल समाकलनात्मक, आनुभविक एवं व्यावहारिक है। अतः भूगोल की पहुँच विस्तृत है और किसी भी घटना अथवा परिघटना का, जो दिक् एवं काल के संदर्भ में परिवर्तित होता है      मानव भूगोल की परिभाषाएँ : Read More …

अध्याय 11 : अंतराष्ट्रीय व्यापार

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Spread the love अंतराष्ट्रीय व्यापार    अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सभी देशों के लिए परस्पर लाभदायक हैं, चूँकि कोई भी देश आत्मनिर्भर नहीं है। भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार ने मात्रा, संघटन के साथ-साथ व्यापार की दिशा के संबंध में आमूल परिवर्तनों का Read More …

अध्याय 12 : औपनिवेशक शहर / Colonial Cities Urbanisation, Planning and Architecture

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Spread the loveऔपनिवेशक शहर नगरीकरण नगर-योजना स्थापत्य       ★ औपनिवेशिक शहर :- ● इस अध्याय में हम औपनिवेशिक भारत में शहरीकरण की प्रक्रिया पर चर्चा करेंगे, औपनिवेशिक शहरों की चारित्रिक विशिष्टताओं का अन्वेषण करेंगे और उनमें होने वाले Read More …

अध्याय 11 : विद्रोही और राज / Rebels and the Raj

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Spread the loveविद्रोही और राज 1757 प्लासी युद्ध से 1857 विद्रोह राजनीतिक कारण सामाजिक और धार्मिक कारण आर्थिक कारण सैन्य कारण तत्कालीन कारण नवाबों की छिनती सत्ता ब्रिटिश शासन के प्रति असंतोष सहायक संधि भू राजस्व नीतियाँ ईसाई मिशनरी भारतीय सैनिक Read More …

अध्याय 10 : उपनिवेशवाद और देहात / Colonialism and the countryside

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Spread the loveउपनिवेशवाद और देहात उपनिवेशवाद क्या है ईस्ट इंडिया कम्पनी 1757 प्लासी का युद्ध कम्पनी दिवान बन गई कम्पनी की आमदनी खेती में सुधार की जरूरत ब्रिटिश प्रभुसत्ता की स्थापना ब्रिटिश कालीन भू-राजस्व व्यवस्था स्थायी बंदोबस्त रैयतवाड़ी व्यवस्था महालवाड़ी Read More …

अध्याय 4 : मानव बस्ती

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Spread the loveमानव बस्ती   मानव बस्ती का अर्थ : है किसी भी प्रकार और आकार के घरों का संकुल जिनमें मनुष्य रहते हैं। इस उद्देश्य के लिए लोग मकानों और अन्य इमारतों का निर्माण करते हैं और अपने आर्थिक Read More …